नई दिल्ली: पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के विरोध में एनडीए के भारत बंद का असर दिख रहा है। यूपीए सरकार के खिलाफ इस एक दिन के विरोध-प्रदर्शन के दौरान देशभर में धरना प्रदर्शन, रैलियां, सभाएं आयोजित की जा रही हैं।
दिल्ली में बीजेपी के साथ-साथ ज्यादातर विपक्षी पार्टियां पेट्रोल-सीएनजी की बढ़ी कीमतों और महंगाई के विरोध में जगह−जगह प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं इस बंद में ऑटो−टैक्सी और दिल्ली ट्रांसपोर्ट फेडरेशन भी शामिल हो गई हैं। इससे रेलवे स्टेशन और बस अड्डे जाने वालों यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं हालांकि इस बंद के दौरान सार्वजनिक वाहन और मेट्रो चलती रहेंगी।
प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि बीजेपी ने 100 मुख्य चौराहों को चुना है जहां विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ मोर्चा निकाला जाएगा।
उधर, बिहार में बंद का असर सुबह से ही देखने को मिला। पटना के राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस और साहेबगंज एक्सप्रेस को एनडीए के कार्यकर्ताओं ने रोककर प्रदर्शन किया।
वही इलाहाबाद स्टेशन पर सपा के लोगों ने मुंबई से फैजाबाद जाने वाली साकेत एक्सप्रेस को रोक लिया। बढ़ी पेट्रोल कीमतों के विरोध मे सपा ने आज पूरे राज्य में प्रदर्शन का ऐलान किया है।
कोलकाता में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के पास रोड ब्लॉक करने की कोशिश की लेकिन पुलिस के जवानों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। महाराष्ट्र के ठाणे में बीती रात एक बस में तोड़फोड़ की गई। हालांकि मुंबई में अभी तक सब कुछ सामान्य दिख रहा है। शहर में जगह−जगह पुलिस तैनात है। राजनीतिक दलों के भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर आज मुंबई में सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है शहर को 3100 अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी मुहैया कराए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसआरपीएफ की 25 प्लाटून, 3 प्लाटून राइट कंट्रोल और रैपिड एक्शन फोर्स की 3 प्लाटून को भी तैनात किया है।
गौरतलब है कि महंगाई के खिलाफ कई राजनीतिक दलों के भारत बंद को मुंबई के डिब्बावालों ने भी अपना समर्थन दिया है उन्होंने ऐलान किया है कि आज वह कहीं भी खाने का डिब्बा नहीं पहुंचाएंगे। शहर के लगभग पांच हजार डिब्बावाले मुंबई के दफ्तरों में करीब 2 लाख लोगों को घर का टिफिन पहुंचाते हैं।
वैसे, भारत बंद के लिए मुंबई में विपक्षी दलों ने जोर-आजमाइश शुरू कर दी है। शिवसेना ने साफ कर दिया है कि वह अपने स्टाइल में बंद कराएगी हालांकि राज ठाकरे की एमएनएस ने खुद को बंद से दूर रखा है। समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के शहर नागपुर में बीजेपी समर्थकों ने बंद से एक दिन पहले ही सड़क पर उतरकर सरकारी बसों को निशाना बनाया। उन्होंने राज्य परिवहन की आठ बसों में तोड़फोड़ की, चलती बसों पर पथराव किया और भाग गए। शहर के गणेश पेठ इलाके में हुई इस घटना के पीछे बीजेपी युवा मोर्चा के हाथ का शक है।
बीजेपी ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में मशाल जुलूस निकाला। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी की अगुवाई में बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बीजेपी ने राज्य सरकार से कांग्रेस के घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट हटाए जाने की बात का जिक्र करते हुए जनता से किया वादा निभाने को कहा।
फरीदाबाद में पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का विरोध लोगों ने बैलगाड़ी पर बैठकर किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली इस रैली में आम जनता ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन लोगों का आरोप है कि जब से केंद्र में कांग्रेस की सरकार आई है तब से लगातार महंगाई बढ़ रही है और सरकार उस पर काबू पाने में नाकाम है। वहीं इस रैली को नेतृत्व कर रहे बीजेपी के नेताओं का कहना था पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में उन्होंने बैलगाड़ियों पर बैठकर लोगों को यह बताने की कोशिश की है कि किस तरह से केंद्र सरकार ने देश को 21वीं सदी से 16वीं सदी पर ला खड़ा कर दिया है।
दिल्ली में बीजेपी के साथ-साथ ज्यादातर विपक्षी पार्टियां पेट्रोल-सीएनजी की बढ़ी कीमतों और महंगाई के विरोध में जगह−जगह प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं इस बंद में ऑटो−टैक्सी और दिल्ली ट्रांसपोर्ट फेडरेशन भी शामिल हो गई हैं। इससे रेलवे स्टेशन और बस अड्डे जाने वालों यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं हालांकि इस बंद के दौरान सार्वजनिक वाहन और मेट्रो चलती रहेंगी।
प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि बीजेपी ने 100 मुख्य चौराहों को चुना है जहां विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ मोर्चा निकाला जाएगा।
उधर, बिहार में बंद का असर सुबह से ही देखने को मिला। पटना के राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस और साहेबगंज एक्सप्रेस को एनडीए के कार्यकर्ताओं ने रोककर प्रदर्शन किया।
वही इलाहाबाद स्टेशन पर सपा के लोगों ने मुंबई से फैजाबाद जाने वाली साकेत एक्सप्रेस को रोक लिया। बढ़ी पेट्रोल कीमतों के विरोध मे सपा ने आज पूरे राज्य में प्रदर्शन का ऐलान किया है।
कोलकाता में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के पास रोड ब्लॉक करने की कोशिश की लेकिन पुलिस के जवानों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। महाराष्ट्र के ठाणे में बीती रात एक बस में तोड़फोड़ की गई। हालांकि मुंबई में अभी तक सब कुछ सामान्य दिख रहा है। शहर में जगह−जगह पुलिस तैनात है। राजनीतिक दलों के भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर आज मुंबई में सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है शहर को 3100 अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी मुहैया कराए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसआरपीएफ की 25 प्लाटून, 3 प्लाटून राइट कंट्रोल और रैपिड एक्शन फोर्स की 3 प्लाटून को भी तैनात किया है।
गौरतलब है कि महंगाई के खिलाफ कई राजनीतिक दलों के भारत बंद को मुंबई के डिब्बावालों ने भी अपना समर्थन दिया है उन्होंने ऐलान किया है कि आज वह कहीं भी खाने का डिब्बा नहीं पहुंचाएंगे। शहर के लगभग पांच हजार डिब्बावाले मुंबई के दफ्तरों में करीब 2 लाख लोगों को घर का टिफिन पहुंचाते हैं।
वैसे, भारत बंद के लिए मुंबई में विपक्षी दलों ने जोर-आजमाइश शुरू कर दी है। शिवसेना ने साफ कर दिया है कि वह अपने स्टाइल में बंद कराएगी हालांकि राज ठाकरे की एमएनएस ने खुद को बंद से दूर रखा है। समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के शहर नागपुर में बीजेपी समर्थकों ने बंद से एक दिन पहले ही सड़क पर उतरकर सरकारी बसों को निशाना बनाया। उन्होंने राज्य परिवहन की आठ बसों में तोड़फोड़ की, चलती बसों पर पथराव किया और भाग गए। शहर के गणेश पेठ इलाके में हुई इस घटना के पीछे बीजेपी युवा मोर्चा के हाथ का शक है।
बीजेपी ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में मशाल जुलूस निकाला। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी की अगुवाई में बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बीजेपी ने राज्य सरकार से कांग्रेस के घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट हटाए जाने की बात का जिक्र करते हुए जनता से किया वादा निभाने को कहा।
फरीदाबाद में पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का विरोध लोगों ने बैलगाड़ी पर बैठकर किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली इस रैली में आम जनता ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन लोगों का आरोप है कि जब से केंद्र में कांग्रेस की सरकार आई है तब से लगातार महंगाई बढ़ रही है और सरकार उस पर काबू पाने में नाकाम है। वहीं इस रैली को नेतृत्व कर रहे बीजेपी के नेताओं का कहना था पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में उन्होंने बैलगाड़ियों पर बैठकर लोगों को यह बताने की कोशिश की है कि किस तरह से केंद्र सरकार ने देश को 21वीं सदी से 16वीं सदी पर ला खड़ा कर दिया है।